सोमवार, 7 सितंबर 2020

दिल इस तरह से.....

यूं टूटा दिल इस तरह से की आवाज ना आई.....
दर्द सह गए हम उसकी नज़रें देख ना पाई......
रह - रह कर सिसकियां भरते रहे , कमबख्त किसे दिखाएं दिल के टुकड़े......
जिसे चाहते थे उसी ने दिल को ये चोट पहुंचाई ....   
               यूं टूटा दिल इस तरह से की आवाज ना आई......