मेरी कलम से....✍️
सोमवार, 22 जून 2020
कोई तो हो.....
कोई तो हो जिसे दिल का हाल बता सके.....
कोई तो हो जिसे अपने जख्म दिखा सके....
तपती धूप में कोई छांव बना जाए मेरी.....
आंखो की नींद ,दिल का सकून बन जाए कोई....
कोई तो हो जिसे दिल का हाल बता सके ।
मंगलवार, 9 जून 2020
काल
किस काल में है हम ....
भूत , भविष्य , वर्तमान कोई बताए जरा....
ना भविष्य के सपने , ना भूत की स्मृतियां ,ना वर्तमान की चिंता .....
ये काल तो ऐसा काल है जो कोरोना काल है....
बस किस पल क्या हो जाए , मौत का डर है चारों ओर .....
काल काल कोरोना काल.........
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